उपन्यास / जाल
लेखक / विकास सी एस झा
समीक्षा / जयदेव चावरिया
कहानी शुरू होती है चंद्रशेखर त्यागी से जो अपने दोस्तो के साथ पार्टी कर रहा होती हैं। की जब ही उसके फोन पर की किसी जतिन खन्ना का वॉट्सएप मैसेज आता है। जिसमे लिखा होता है की उसकी जान को खतरा है ।
चंद्रशेखर त्यागी पार्टी को बीच में छोडकर जैसे जतिन के फ्लैट पर पहुंचता है तो उसे ड्राइंग रूम में पैसों से भरा हुआ बैग मिलता है और उसकी खुद की रिवाल्वर मिलती है रिवाल्वर उठाके जैसे ही वह कमरे में दाखिल होता है कमरे के अंदर जतिन की लाश मिलती है अभी त्यागी कुछ सोच ही रहा होता है की जब ही पुलिस आ जाती हैं और त्यागी को जतिन के कत्ल के इल्जाम में गिरफ्तार कर लेती हैं।
अब आते है दूसरे मर्डर केस पर उर्वशी कालरा जिसका खून कर दिया गया और पुलिस को मौका ए वारदात पर उर्वशी कालरा का पति आकाश कालरा मिलता है मौका ए वारदात उसकी मौजूदगी व उसकी पर्सनल रिवाल्वर का होना। इस बात की पुष्टि करता है की आकाश कालरा ने ही अपनी पत्नी उर्वशी कालरा का मर्डर किया है पुलिस आकाश कालरा को उर्वशी कालरा के कत्ल के इल्जाम में गिरफ्तार कर लेती है।
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जतिन खन्ना का मर्डर आखिर किसने किया ?
जतिन खन्ना कौन था ? आखिर उसका मर्डर क्यों किया गया ?
चंद्रशेखर त्यागी को कौन में फंसाना चाहता था ?
क्या चंद्रशेखर त्यागी अपने आप को बेगुनाह साबित कर सका ?
उर्वशी कालरा का मर्डर क्या उसके पति आकाश कालरा ने किया था ?
या आकाश कालरा को भी किसी जाल में फंसाया गया ?
क्या चंद्रशेखर त्यागी उर्वशी कालरा मर्डर केस हल कर सका ?
जतिन खन्ना के फ्लैट पर मौका ए वारदात पर पुलिस का पहुंचना क्या इत्तेफाक था ? क्या कातिल द्वारा बिछाया जाल ?
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इन सभी सवालों के जवाब आपको लेखक विकास सी एस झा द्वारा लिखित उपन्यास ( जाल ) में मिलेंगे ।
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जाल उपन्यास लेखक का लेखक का पहला उपन्यास है। उपन्यास पढ़कर ऐसा कई भी नहीं लगता हैं। यह लेखक का पहला उपन्यास है । जाल उपन्यास मुझे बहुत अच्छा लगा ।
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